7 मिनट पहले
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श्रुति हासन अक्सर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बनी रहती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में श्रुति हासन ने बताया कि फिल्मी परिवार में जन्म लेना अक्सर मुश्किल होता है, खासकर तब जब आपके पिता बड़े स्टार हों। एक्ट्रेस की मानें तो उन्होंने कई बार अपनी पहचान छिपाने की कोशिश भी की। हालांकि, बाद में उन्हें यह समझ में आ गया कि पिता कमल हासन के बिना वह खुद को नहीं सोच सकतीं।
मदन गौरी से बातचीत में श्रुति हासन ने कहा, ‘लोग हमेशा मुझसे मेरे पिता के बारे में सवाल करते थे। ऐसा एक-दो बार नहीं, बल्कि कई बार होता था। मुझे लगता था कि मैं श्रुति हूं, मुझे अपनी पहचान चाहिए। लोग मुझे देखकर कहते थे यह तो कमल हासन की बेटी है। अगर कोई मुझसे पूछता, तो मैं कहती, नहीं, मेरे पिता डॉ. रामचंद्रन हैं, जो हमारे डेंटिस्ट का नाम था। मेरा नाम पूजा रामचंद्रन है। यह नाम मैंने खुद चुना था।’
श्रुति हासन ने कहा, ‘यह सिर्फ इस कारण नहीं था कि मेरे पिता एक एक्टर या फिर फेमस इंसान हैं, बल्कि बचपन से ही मुझे यह महसूस होता था कि वह बाकी सभी से अलग हैं। मुझे और मेरी बहन को बहुत जिद्दी लोगों ने पाला था, और यह हमारी आदत बन गई। जब मेरे माता-पिता अलग हुए, तो मैं मुंबई चली गई। यहां श्रुति बनकर रहना मुझे कभी अच्छा नहीं लगा। जब हर जगह पापा के पोस्टर लगे हों, तो उनके नाम से अलग होना बहुत मुश्किल था। आज मुझे लगता है कि कमल हासन के बिना श्रुति का कोई अस्तित्व नहीं है।’
श्रुति ने 1999 में अपना करियर शुरू किया था। वह साउथ इंडियन सिनेमा की लीडिंग अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती हैं। श्रुति ने ‘डी-डे’, ‘रमैय्या वस्तावैया’, ‘गब्बर इज बैक’, ‘वेलकम बैक’, ‘रॉकी हैंडसम’ जैसी फिल्मों में काम किया है। वह शॉर्ट फिल्म ‘देवी’ में भी नजर आई थीं।